के एल यूनिवर्सिटी की बड़ी उपलब्धि: IIT हैदराबाद के TiHAN I-Hub से सात स्टार्टअप्स, छात्रों को मिला ₹19 लाख का फंड

के.एल यूनिवर्सिटी, Best Universities in India, ने एक और गर्व का अध्याय रचा है। हाल ही में इस कैंपस के सात छात्र-नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को IIT हैदराबाद के TiHAN I-Hub से कुल ₹19 लाख का फंड मिला है। यह फंडिंग इन युवा इनोवेटर्स को अपने प्रोजेक्ट्स को और आगे बढ़ाने के लिए दी गई है।

ये स्टार्टअप्स हेल्थकेयर, रोबोटिक्स, ड्रोन टेक्नोलॉजी, ट्रैफिक मैनेजमेंट और इंटेलिजेंट इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स जैसे विविध क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। इनका उद्देश्य सिर्फ तकनीकी विकास नहीं, बल्कि समाज के लिए उपयोगी और प्रभावशाली समाधान तैयार करना है।

सात स्टार्टअप्स जो बन रहे हैं इनोवेशन की पहचान

इन सातों स्टार्टअप्स में से प्रत्येक की अपनी अनोखी सोच और दिशा है —

  1. Hillsafe – इस प्रोजेक्ट का नेतृत्व प्रिंसिपल डॉ. अकेला रामकृष्ण और छात्रा आयुषी भाटी कर रही हैं। Hillsafe का लक्ष्य सुरक्षा समाधान विकसित करना है, जिससे आम लोगों की दैनिक जिंदगी सुरक्षित हो सके।
  2. Electronic LOOP – डॉ. बुडाती अनिल कुमार और छात्र एन. श्री कार्तिकेय रेड्डी के मार्गदर्शन में चल रहा यह प्रोजेक्ट भविष्य की इलेक्ट्रॉनिक तकनीकों पर कार्य कर रहा है।
  3. AI_TechDrones – छात्र के. अभिलाष द्वारा स्थापित यह स्टार्टअप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ड्रोन तकनीक को नए स्तर पर ले जाने का प्रयास कर रहा है।
  4. Cognalis Solutions – यही छात्र के. अभिलाष का एक और इनोवेशन है, जो इंटेलिजेंट डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के विकास पर केंद्रित है।
  5. Smart Traffic on Edge – छात्रा रेखा रुथिका और उनके मेंटर असिस्टेंट प्रोफेसर एन. चिरंजीवी इस प्रोजेक्ट के पीछे हैं। यह प्रोजेक्ट एज कंप्यूटिंग और एआई की मदद से ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को स्मार्ट और प्रभावी बनाने की दिशा में काम कर रहा है।
  6. MeDFly – छात्र प्रणव का यह स्टार्टअप हेल्थकेयर सेक्टर के लिए ड्रोन-आधारित समाधान तैयार कर रहा है, जिससे मेडिकल सेवाओं की पहुँच तेज़ और सुलभ हो सके।
  7. Robo Sevak – डॉ. कयम साई कुमार और छात्रा कृष्णवेनी द्वारा संचालित यह प्रोजेक्ट रोबोटिक असिस्टेंट्स तैयार कर रहा है, जो विभिन्न सामाजिक और औद्योगिक क्षेत्रों में सहायता प्रदान कर सकें।

इन सभी स्टार्टअप्स को उनकी कार्यक्षमता और विस्तार की संभावनाओं के अनुसार ₹1 लाख से ₹5 लाख तक की फंडिंग दी गई है।

IIT हैदराबाद के TiHAN I-Hub का सहयोग

यह समर्थन IIT हैदराबाद के TiHAN I-Hub के माध्यम से मिला है — जो कि Autonomous Navigation Systems के लिए एक राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (National Centre of Excellence) है।

TiHAN I-Hub ने KLU के छात्रों और फैकल्टी के कार्य को मान्यता देते हुए यह कदम उठाया है। यह सहयोग न केवल छात्रों को प्रोत्साहित करता है बल्कि उद्योग और शिक्षा जगत के बीच साझेदारी को भी मजबूत बनाता है।

विश्वविद्यालय नेतृत्व की प्रतिक्रिया

के.एल. विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष (Vice President) इंजीनियर कोनेरू लक्ष्मण हविश ने इस सफलता पर खुशी जताते हुए कहा —

> “यह उपलब्धि हमारे लिए गर्व का क्षण है और हमारे कैंपस की इनोवेशन भावना का प्रमाण है। यह हमारे छात्रों की सोच और फैकल्टी के समर्पण की ताकत को दर्शाता है। हमारे लिए शिक्षा का अर्थ केवल अकादमिक उत्कृष्टता नहीं, बल्कि समाज के लिए समाधान तैयार करना है। यह उपलब्धि छात्रों को और बड़े सपने देखने और तकनीकी व उद्यमिता में नेतृत्व करने के लिए प्रेरित करेगी।”

वहीं प्रिंसिपल डॉ. अकेला रामकृष्ण ने कहा —

> “TiHAN I-Hub से मिला यह सम्मान केवल फंडिंग नहीं, बल्कि हमारे छात्रों की क्षमता का प्रमाण है कि वे दुनिया में सार्थक योगदान दे सकते हैं। यह हमारे नवाचार-आधारित शिक्षा तंत्र की सफलता को दर्शाता है।”

निरंतरता का प्रतीक: पिछले वर्ष की सफलता भी प्रेरणा बनी

पिछले वर्ष भी KLH हैदराबाद कैंपस के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के छात्र आर्युमान कुमार चौधरी को उनके स्टार्टअप आइडिया के लिए TiHAN से फंडिंग प्राप्त हुई थी।

उनका प्रोजेक्ट — AI आधारित फ्लाइट कंट्रोलर फॉर एरियल नेविगेशन — TiHAN, IIT हैदराबाद की टेक्निकल एक्सपर्ट इवैल्यूएशन कमेटी को इतना प्रभावित कर गया कि उन्हें फंडिंग और विशेष मान्यता प्रदान की गई।

यह निरंतर सफलता इस बात का प्रमाण है कि KL University में इनोवेशन को केवल प्रोत्साहित नहीं किया जाता, बल्कि उसे वास्तविक रूप देने के लिए मजबूत इकोसिस्टम भी प्रदान किया जाता है।

इनोवेशन से राष्ट्र निर्माण की ओर

के एल यूनिवर्सिटी के इन छात्रों ने यह साबित किया है कि अगर सही दिशा, मार्गदर्शन और अवसर मिले तो युवा भारत को तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बना सकते हैं।

IIT हैदराबाद और KL University के इस सहयोग ने शिक्षा जगत और उद्योग के बीच की दूरी को कम किया है, और यह साझेदारी आने वाले समय में भारत के इनोवेशन परिदृश्य को और भी मजबूत बनाएगी।

KLU के इन सात स्टार्टअप्स की सफलता सिर्फ एक संस्थान की नहीं, बल्कि नए भारत के उस सपने की झलक है जहाँ शिक्षा, तकनीक और नवाचार एक साथ मिलकर समाज के लिए वास्तविक परिवर्तन ला रहे हैं।

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